Ranchi

Mar 23 2024, 14:09

सरायकेला : सार्वजनिक आदिवासी नव युवक जन कल्याण सरहुल पूजा समिति द्वारा 29 मार्च को बा: पराेब का आयोजन


सरायकेला : श्री श्री सार्वजनिक आदिवासी नव युवक जन कल्याण सरहुल पूजा समिति पोड़का द्वारा आयोजित ,वसंत उत्सव सरहुल पर्व के पावन शुभ अवसर पर आगामी 29 मार्च 2024 को चांडिल अनुमंडल क्षेत्र पोड़का की ओर (बा:परोब) सरहुल महोत्सव का भव्य आयोजन रखा गया । साथ ही पोडका ग्रामवासी द्वारा जिला वासियों को आमंत्रित किया गया। 

इस बा: पर्व मुख्य अतिथि धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के पोता श्री सुखराम मुंडा , विशिष्ट अतिथि पदम् श्री राम दयाल मुंडा के पुत्र गुंजल इकिर मुंडा ,साथ ही महादेव मुंडा केंद्रीय सलाहकार सरना धर्म सोतो समिति,खूंटी के पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे ।

कार्यक्रम:- 27 मार्च को हाई काड़कोम ,28 मार्च को बा: कटाव ,29 मार्च शुक्रवार दिन (सारना बोंगा) सरहुल पूजा एब पुष्प , प्रसाद वितरण , सुबह 8 बजे से 10बजे तक पारंपरि jaadur नृत्य संगीत शाम 6 बजे तक चलेगा ।

पारंपरिक जरदूर नृत्य संगीत दलों इस तरह।

1 आदिवासी महिला स्नास्कृतिक समूह पोड़ाका झाबरी,

2 युवा स्नास्कृतिक कला मंच हाथी कोचा उरमाल 

3 आदिवासी सारना समिति काजीबारु, काजीबारू, हुमटा ।

4 आबुआ आदिवासी आखडा डिमरा , पुण्डीदिरी ।

5 बारुहातु संगम गट सुगुंग दुरांग पार्टी ,बारुहातू ,बुंडु ।

आदिवासी नव युवक जन कल्याण सरहुल पूजा समिति पोड़का के अध्यक्ष दीपक सिंह मुंडा ठाकुर सिंह मुंडा ,सचिव मनोरंजन सिंह मुंडा ,महादेव सिंह मुंडा ,कोषाध्यक्ष पूर्ण सिंह मुंडा ,विश्वकेतु सिंह मुंडा ।अनयुक्त रूप से जानकारी दिया गया ।

Ranchi

Mar 23 2024, 12:27

सरायकेला : जनप्रतिनिधि के लापरवाही और अधिकारियों की उपेक्षा से दलमा वन्य क्षेत्र के निवासी मूलभूत सुविधाओं से है वंचित:-जेबीकेएसएस।


सरायकेला : कोल्हान के चांडिल अनुमंडल स्थित दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी तथा इको सेंसेटिव जोन क्षेत्र के अधीन में बसवास करने वाले ग्रामीणों को आज तक मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। 

जेबीकेएसएस के बैठक में नेताओं ने बताया कि वन विभाग और केंद्र सरकार ,राज्य सरकार का दायित्व बनता है कि दलमा पहाड़ी क्षेत्र के अधीन जीवन यापन करने वाले लोगों को स्वरोजगार समेत तमाम मूलभूत सुविधाओं की मुहैया कराये। 

पत्रकार से बातें करते हुए जेबीकेएसएस केंद्रीय महासचिव विश्वनाथ महतो ने कहा की स्थानीय जनप्रतिनिधियों और वन एवं पर्यावरण विभाग के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाया है। 

विश्वनाथ महतो ने कहा कि क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के उदासीनता तथा वन विभाग के अधिकारियों की लूट के कारण दलमा सेंचुरी का समुचित विकास नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि वन विभाग के अधिकारी स्वयं विभागीय नियमों और नीतियों का पालन नहीं कर रहे हैं।

 दूसरी ओर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के विकास में कोई दिलचस्पी नहीं है। यही कारण है कि इको सेंसेटिव जोन के अधीन बसे हुए गांवों का समुचित विकास नहीं हो रहा है। वन विभाग के अधिकारियों ने सरकारी राशि की लूट मचा रखी है।

 उन्होंने कहा कि इको विकास समिति को स्वरोजगार से जोड़ने तथा दलमा के संरक्षण में उनके योगदान की योजना है लेकिन वन विभाग के अधिकारी इको विकास समिति के नाम पर ग्रामीणों को ठगने का काम कर रहे हैं और सरकारी राशि का बंदरबांट कर रहे हैं। विश्वनाथ महतो ने कहा कि प्रतिवर्ष सभी 85 इको विकास समिति का अंकेक्षण और उनके प्रगति की समीक्षा होनी चाहिए, ताकि पता चल सके कि आखिर कितने ग्रामीणों को स्वरोजगार मिल रही हैं।  

बता दें कि दलमा इको सेंसेटिव जोन के तहत 85 गांव पूर्ण प्रभावित हैं। इन गांवों के ग्रामीणों का एक समूह तैयार किया गया, जिसे इको विकास समिति कहा जाता है। इस समिति के माध्यम से गांव का विकास, जल ,जंगल, पेड़ पौधे, वन्य जीवजंतु  का संरक्षण, ग्रामीणों को स्वरोजगार, प्रशिक्षण इत्यादि सुविधा देने का प्रावधान किया गया है। परंतु धरातल पर देखें तो एक - दो समिति को छोड़कर अन्य समितियों एवं गांवों में वन विभाग की योजना नहीं पहुंची है। ईको विकास समिति से जुड़े कोई आदिवासी लोग दो जून रोटी के लिए राज्य छोड़ कर दूसरे राज्य में पलायन कर रहे हे।कोई लोग आपने गांव को विकास और रोजगार की आश में परलोक सिदार गए। लेकिन गांव का विकास नहीं हुआ ।

Ranchi

Mar 23 2024, 12:25

सरायकेला : जनप्रतिनिधि के लापरवाही और अधिकारियों की उपेक्षा से दलमा वन्य क्षेत्र के निवासी मूलभूत सुविधाओं से है वंचित:-जेबीकेएसएस।


सरायकेला : कोल्हान के चांडिल अनुमंडल स्थित दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी तथा इको सेंसेटिव जोन क्षेत्र के अधीन में बसवास करने वाले ग्रामीणों को आज तक मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। 

जेबीकेएसएस के बैठक में नेताओं ने बताया कि वन विभाग और केंद्र सरकार ,राज्य सरकार का दायित्व बनता है कि दलमा पहाड़ी क्षेत्र के अधीन जीवन यापन करने वाले लोगों को स्वरोजगार समेत तमाम मूलभूत सुविधाओं की मुहैया कराये। 

पत्रकार से बातें करते हुए जेबीकेएसएस केंद्रीय महासचिव विश्वनाथ महतो ने कहा की स्थानीय जनप्रतिनिधियों और वन एवं पर्यावरण विभाग के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाया है। 

विश्वनाथ महतो ने कहा कि क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के उदासीनता तथा वन विभाग के अधिकारियों की लूट के कारण दलमा सेंचुरी का समुचित विकास नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि वन विभाग के अधिकारी स्वयं विभागीय नियमों और नीतियों का पालन नहीं कर रहे हैं।

 दूसरी ओर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के विकास में कोई दिलचस्पी नहीं है। यही कारण है कि इको सेंसेटिव जोन के अधीन बसे हुए गांवों का समुचित विकास नहीं हो रहा है। वन विभाग के अधिकारियों ने सरकारी राशि की लूट मचा रखी है।

 उन्होंने कहा कि इको विकास समिति को स्वरोजगार से जोड़ने तथा दलमा के संरक्षण में उनके योगदान की योजना है लेकिन वन विभाग के अधिकारी इको विकास समिति के नाम पर ग्रामीणों को ठगने का काम कर रहे हैं और सरकारी राशि का बंदरबांट कर रहे हैं। विश्वनाथ महतो ने कहा कि प्रतिवर्ष सभी 85 इको विकास समिति का अंकेक्षण और उनके प्रगति की समीक्षा होनी चाहिए, ताकि पता चल सके कि आखिर कितने ग्रामीणों को स्वरोजगार मिल रही हैं।  

बता दें कि दलमा इको सेंसेटिव जोन के तहत 85 गांव पूर्ण प्रभावित हैं। इन गांवों के ग्रामीणों का एक समूह तैयार किया गया, जिसे इको विकास समिति कहा जाता है। इस समिति के माध्यम से गांव का विकास, जल ,जंगल, पेड़ पौधे, वन्य जीवजंतु  का संरक्षण, ग्रामीणों को स्वरोजगार, प्रशिक्षण इत्यादि सुविधा देने का प्रावधान किया गया है। परंतु धरातल पर देखें तो एक - दो समिति को छोड़कर अन्य समितियों एवं गांवों में वन विभाग की योजना नहीं पहुंची है। ईको विकास समिति से जुड़े कोई आदिवासी लोग दो जून रोटी के लिए राज्य छोड़ कर दूसरे राज्य में पलायन कर रहे हे।कोई लोग आपने गांव को विकास और रोजगार की आश में परलोक सिदार गए। लेकिन गांव का विकास नहीं हुआ ।

Ranchi

Mar 23 2024, 12:13

सरायकेला:आदित्यपुर थाना अंतर्गत दिंदली बस्ती में युवक ने फांसी लगा कर की आत्महत्या


सरायकेला : जिला के आदित्यपुर थाना अंतर्गत दिंदली बस्ती में बीती रात एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. युवक का नाम रूपेश महतो है जो सरायकेला का रहने वाला बताया जा रहा है। 

घटना के संबंध में बताया जाता है कि मृतक यहां रहकर परीक्षा की तैयारी कर रहा था. परिजनों ने बताया कि रात करीब 1:30 के आसपास उन्हें रूपेश के फांसी लगाने की सूचना मिली. यहां पहुंचा तो गमछे के सहारे रूपेश को फंदे पर झूलता पाया।

युवक ने आत्महत्या क्यों की इसका खुलासा फिलहाल नहीं हो सका है. वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. साथ ही आगे की कार्रवाई में जुट गई है।

Ranchi

Mar 23 2024, 12:11

झारखण्ड के विकास में महिला पत्रकारों की भूमिका विषय पर सेमिनार और महिला पत्रकारों का सम्मान समारोह आयोजित।


रांची:- मांडर की विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा है की राजनीति और पत्रकारिता दो ऐसे क्षेत्र हैं जो कभी आमने-सामने होते हैं तो कभी दोनों के परस्पर सामंजस्य के बलबूते ही समाज और देश-प्रदेश का समन्वित, संतुलित और तेज गति से विकास किया जा सकता है.श्रीमती तिर्की ने कहा कि ये दोनों ही क्षेत्र ऐसे हैं जहाँ ईमानदारी, कर्मठता, छवि और समर्पण सबसे ज्यादा जरूरी है।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आज राजधानी के मोदहाबादी स्थित संगम गार्डन में में आयोजित एक समारोह में रांची की महिला पत्रकारों को सम्मानित करने के बाद श्रीमती तिर्की ने कहा पूरे देश के दौरे के क्रम में उन्होंने देखा है कि अन्य शहरों-प्रदेशों के मुकाबले झारखण्ड में पत्रकारिता कहीं अधिक पारदर्शिता के साथ काम कर रही है।

श्रीमती तिर्की ने कहा कि पत्रकारिता और राजनीति दोनों ही ऐसे क्षेत्र हैं जो पुरुष प्रधान एवं पितृसत्तात्मक हैं और इसमें महिलाओं की अपेक्षित और अनुपातिक भागीदारी तो कम है ही साथ ही इस क्षेत्र में लिये जाने वाले बड़े निर्णयों में महिलाओं की सहभागिता भी कम है जो अफसोस की बात है।

श्रीमती तिर्की ने कहा कि हाल-फिलहाल के वर्षों में स्थिति में बदलाव हो रहा है लेकिन उसकी गति बहुत ही कम है.एक शोध की चर्चा करते हुए श्रीमती तिर्की ने कहा कि जिस चीज में महिलायें सक्रियता के साथ अपनी भूमिका निभाती हैं वहाँ विशेष रूप से पारदर्शिता पूर्ण तरीके से काम होता है।

उन्होंने कहा कि पत्रकारिता ऐसा क्षेत्र है जहाँ पारदर्शिता और निष्पक्षता की बहुत ज़्यादा जरूरत है लेकिन अनेक बार अपनी विचारधारा को समाचार के बीच में पिरोकर प्रयोग किया जाता है. उन्होंने कहा कि जहाँ महिला पत्रकारों ने सक्रियता से काम किया है वहाँ की पत्रकारिता में कहीं अधिक पारदर्शिता है।

आज आयोजित सेमिनार में

सेमिनार में अपने विचार व्यक्त करते हुए वरिष्ठ महिला पत्रकार आशिया नाज़नीन ने कहा कि महिला पत्रकार एक ओर एकल शक्ति के रूप में वहीं दूसरी ओर अपनी सामूहिक भागीदारी के साथ समाज के नव निर्माण और पत्रकारिता को बेहतर बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है. कर्वी दत्ता ने कहा कि महिलाओं के पत्रकारिता में आने के बाद विकास के सभी क्षेत्र के साथ ही सड़क, शिक्षा, पोषण, रोजगार आदि क्षेत्रों में भी महिलाओं का सशक्तिकरण होता है और इसके लिये पत्रकारिता में महिलाओं की सहभागिता बहुत जरूरी है।

वरिष्ठ महिला पत्रकार रेखा पाठक ने कहा कि पत्रकारिता के अपने लंबे समय में उन्होंने पत्रकारिता में तेजी से बदलाव होते हुए देखा है और महिलायें अब कहीं अधिक सक्रियता के साथ पत्रकारिता में अपनी भूमिका निभा रही हैं।

इस अवसर पर स्नीग्धा मित्रा ने कहा कि अपने विश्वास के बलबूते ही महिलायें पत्रकारिता को बेहतर बनाने के साथ-साथ अपना कैरियर भी बना सकती हैं. वरिष्ठ पत्रकार रूपम ने कहा कि शुरुआत में पत्रकारिता बहुत अधिक चुनौतीपूर्ण थी और न केवल सूचनाओं एवं जानकारियों को जुटाना बल्कि क्षेत्र के भ्रमण में भी बहुत अधिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता था लेकिन अब स्थिति अनुकूल हुई तो है लेकिन पत्रकारिता की विश्वसनीयता भी कम हुई है.

डॉ. राजश्री दास ने कहा कि पत्रकारिता में महिलाओं को आगे बढ़ाने के साथ-साथ बच्चों को सशक्त करने के लिए स्वेच्छा से उनकी शिक्षा में योगदान देने की जिम्मेदारी सभी की है. रुचि ने कहा कि समाज में महिला समाज में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं के कम महत्व की मानसिकता, पत्रकारिता के क्षेत्र में भी हावी है और महिला पत्रकार पुरुष प्रधान समाज में अपनी उपेक्षा को हर कदम पर महसूस करती हैं. 

मीनाक्षी ने इस अवसर पर कहा कि झारखण्ड की सभी समस्याओं को समझना होगा. तभी सफलतापूर्वक उन समस्याओं का सामना किया जा सकता है. लता रानी ने ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा की कमजोर स्थिति को महत्वपूर्ण बताते हुए आधारभूत क्षेत्रों के विकास को महत्वपूर्ण बताया जिससे पत्रकारिता को भी लाभ हो सके. इस अवसर पर सुनीता मुंडा ने कहा कि बिना पत्रकारिता की डिग्री के काम कर रही महिला पत्रकारों के लिये रांची प्रेस क्लब को विशेष प्रयास करते के साथ ही प्रशिक्षण का आयोजन भी करना चाहिए।

सेमिनार में ग्रामीण क्षेत्र की पत्रकार सोनी ने कहा कि विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में पत्रकारिता बहुत अधिक चुनौतीपूर्ण है.

आज के सम्मान समारोह में रूपम, आशिया नाज़नीन, महिमा सिंह, सोनी टंडन, डॉ. राजश्री दास, लता रानी, कर्वी दत्ता, नेहा खान, रेखा पाठक, स्नीग्धा मित्रा, नेहा वारसी, रानी सिंह, सृष्टि सिन्हा, खुशबू सिंह, रितु लकड़ा, सुनीता मुंडा, रुचि शर्मा, कृतिका तिवारी, कीर्ति तिवारी, करिश्मा सिन्हा, मुस्कान गिरी, अवंतिका राय, कीर्ति श्रेया, महक मिश्रा, पूजा भारती, प्रियंका सिसोदिया, पूजा दुबे, रेखा मिश्रा, अमृता कुमारी, गायत्री शर्मा सहित राजधानी की अनेक महिला पत्रकारों को सम्मानित किया गया।

Ranchi

Mar 22 2024, 20:01

आजसू के मिलन समारोह में पूर्व सैनिक भीम मुंडा ने की आजसू की सदस्यता ग्रहण

राँची: आज रांची स्थित केंद्रीय कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में पार्टी अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने पूर्व सैनिक भीम मुंडा समेत उनके सैकड़ो समर्थक ऑन को पार्टी की सदस्यता दिलाई। 

इस मौके पर सुदेश महतो ने कहा कि राजीनीतिक पटल पर राज्य के हर समाज, हर वर्ग का नेतृत्व हो इसके लिए हम लगातार काम कर रहे हैं, जिसके लिए आजसू पार्टी ऐसे सभी नेतृत्वकर्ताओं को मंच दे रही है ताकि राज्य के विकास में समाज के हर वर्ग की सभागिता तय हो। 

 आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने भीम मुंडा की पार्टी स्वागत कहा कि पार्टी में उनके आने से संगठन को गति मिलेगा और राज्य के शैक्षणिक वातावरण को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

Ranchi

Mar 22 2024, 18:50

मांडू विधानसभा के सर्वेश ने पीएम मोदी के नियत और नीति से प्रभावित होकर भाजपा का दामन थामा


लोकसभा चुनाव की नजदीकी जैसे-जैसे बढ़ रही है लोगों का राजनीतिक पार्टियों में शामिल होना भी दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। 

जहां पिछले दिनों मांडू के विधायक जीपी पटेल ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस का हाथ थामा तो वही आज मांडू के ही जिला परिषद सर्वेश सिंह ने अपने सैकड़ो समर्थकों के साथ भाजपा का दामन थाम लिया। झारखंड के प्रदेश कार्यालय में पूर्व लोकसभा सांसद रविंद्र राय और राज्यसभा सांसद धीरज साहू ने लोगों को पार्टी का पट्टा पहना कर सदस्यता ग्रहण कराई। 

वही इस मौके पर रवींद्र राय ने कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस यदि भाजपा से तोड़कर किसी व्यक्ति को शामिल करता है तो वहीं दूसरी ओर अवसर की तलाश में कई लोग भाजपा में शामिल हो रहे है। आज सर्वेश सिंह के साथ मांडू क्षेत्र के कई लोग भाजपा में शामिल हुए हैं जिसके कारण मांडू विधानसभा और हजारीबाग लोकसभा में लगातार जीतने का सिलसिला जारी रहेगा और हम झारखंड में 14 सीटों पर विजई होंगे।

वही सर्वेश ने बताया कि हम मोदी जी के नीति और नियत से प्रभावित होकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण किया है। जीपी पटेल के कांग्रेस में जाने को लेकर उन्होंने कहा कि इससे संगठन पर कोई असर नहीं पड़ेगी वह कई बार पार्टी बदल चुके हैं जनता इसको जानती है।

Ranchi

Mar 22 2024, 17:01

भगत सिंह की प्रतिमा स्थापना के लिए राष्ट्रीय युवा शक्ति द्वारा किया जा रहा है आंदोलन


रांची: भगत सिंह की प्रतिमा स्थापना के लिए राष्ट्रीय युवा शक्ति द्वारा पिछले कई दिनों से आंदोलन किया जा रहा है। उन्होंने राजभवन के समीप अनिश्चितकालीन धरना भी दिया। यह आंदोलन और तेज होता दिख रहा है। 

इसी क्रम में योगेश कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय युवा शक्ति के अध्यक्ष उत्तम यादव 23 मार्च को एक और शहादत देने की तैयारी में है। 

 राष्ट्रीय युवा शक्ति की पूरी टीम सरकार और जिला प्रशासन से खासा आक्रोशित नजर आ रही है। गौरतलब है कि राष्ट्रीय युवा शक्ति के अध्यक्ष उत्तम यादव ने पिछले साल संगठन की ओर से शहीद भगत सिंह की प्रतिमा स्थापित करने की कोशिश की गई थी। संगठन ने मोरहाबादी में प्रतिमा खड़ा भी कर दिया था, पर स्थापना की पूर्व रात्रि रांची जिला प्रशासन ने इसे हटवा दिया था। उस रात जिला प्रशासन और राष्ट्रीय युवा शक्ति की टीम से आपसी बकझक भी हुई थी। लेकिन, इस ओर सरकार के तरफ से अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया है।

Ranchi

Mar 22 2024, 14:48

लोकसभा चुनाव 2024: सियासी गलियारों में निशिकांत के कारण चर्चा में रहने वाले गोड्डा लोकसभा पर इस बार भी होगा भाजपा का कब्जा

- विनोद आनंद


झारखंड के गोड्डा पिछले कुछ सालों से मीडिया और सियासी गलियारों में चर्चा में रही है।कारण है यहां के सांसद हैं निशिकांत दुबे,और ये शाह और मोदी के बहुत करीबी माने जाते हैं।

निशिकांत दुबे ने इज़ क्षेत्र में काम भी किया।देवघर हवाई अड्डा, देवघर में एम्स,गोड्डा में रेल परियोजना के अलावे कई ऐसे विकास योजनाएं हैं जो निशिकांत के खाते में जाते हैं।इतना नही हेमन्त सोरेन सरकार पर हमला, महुआ मोइत्रा को सांसद सदस्यता समाप्त करने तथा अपने बयानों और जमीन प्रकरण में भी उनका और उनके परिवार के सदस्य का नाम आने से वे हमेशा सुर्खियों में रहे।यही बजह है कि गोड्डा लोकसभा सीट पर देश भर की लोगों की नज़र लगी हुई है। इस बार भी भाजपा ने निशिकांत पर भरोसा जताया और एक जिज्ञासा बनी हुई है कि क्या निशिकांत इस बार भी गोड्डा सीट पर जीत दर्ज कर भाजपा का कब्जा करा पाएंगे। यह एक सवाल है जिस पर पुरे देश की है नजर...! 

इसके अलावे गोड्डा लोकसभा सीट, उसके इतिहास, पूर्व में कौन -कौन वहां से जीते और वहां की राजनीतिक पृष्ठभूमि क्या है इसे जानने के लिए लोग उत्सुक हैं।

गोड्डा लोकसभा की पृष्ठभूमि


1962 में अस्तित्व में आयी गोड्डा संसदीय सीट से पहले सांसद कांग्रेस के प्रभुदयाल हिम्मत सिंघका चुने गये थे। उन्होंने इस चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी जनता पार्टी के मोहन सिंह ओबेरॉय को 19585 वोटों से पराजित किया था। कांग्रेस को इस चुनाव में 78558 वोट मिले, जबकि दूसरे नंबर पर रहे जनता पार्टी के प्रत्याशी को 58973 वोट मिले।वहीं 1967 के चुनाव में भी कांग्रेस के श्री हिम्मत सिंघका ही विजयी हुए। इस बार उन्होंने बीजेएस पार्टी के उम्मीदवार एस तुलस्यान को हराया था। वहीं 1972 के चुनाव में भी गोड्डा लोकसभा सीट पर कांग्रेस का ही कब्जा रहा। पार्टी ने जगदीश मंडल को टिकट दिया और वे जीते।

1972 के चुनाव की बात करें तो गोड्डा लोकसभा क्षेत्र में 5,51,225 वोटर थे, जिसमें से 1,98,068 वोटरों ने वोट डाला था. पहले के चुनाव में वोटर कम टर्न होते थे. शुरू के तीन लोकसभा चुनाव गोड्डा सीट पर 1962, 1967, 1972 के चुनाव में कांग्रेस ने हैट्रिक तो लगायी थी।

जगदम्बी प्रसाद यादव ने इस सीट से कॉंग्रेस को किया बेदखल


वर्ष 1977 में जेपी आंदोलन के बाद देश में परिवर्तन का दौर चल रहा था।इंदिरा की इमेरजैंसी और सरकार विरोधी लहर ने कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर दिया।

उस समय गोड्डा से बीएलडी से जगदंबी प्रसाद यादव ने कांग्रेस से यह सीट छीन ली। लेकिन 1980 और 1984 में फिर कांग्रेस के समीनुद्दीन फिर जीते। अब तक गोड्डा संसदीय सीट पर आठ बार भाजपा, छह बार कांग्रेस, एक-एक बार बीएलडी और झामुमो ने जीत का परचम लहराया। अभी यह सीट भाजपा के कब्जे में है। 

 जनार्दन यादव ने भाजपा का खोला खाता


गोड्डा संसदीय सीट पर पहली बार 1989 में भाजपा की इंट्री हुई। भाजपा के उम्मीदवार जनार्दन यादव ने पहली बार भाजपा को गोड्डा संसदीय सीट पर जीत दिलायी। लेकिन दो साल बाद 1991 में पुन: लोकसभा का चुनाव हुआ और इस बार गोड्डा संसदीय सीट झामुमो के उम्मीदवार सूरज मंडल चुनाव जीते।

जगदंबी प्रसाद यादव ने फिर दिखाया जलवा


वर्ष 1996, 1998 और 1999 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के जगदंबी प्रसाद यादव ने जीत दर्ज कर हैट्रिक लगायी थी। इसके अलावा उन्होंने 1977 में बीएलडी के टिकट पर भी चुनाव जीता था। वहीं गोड्डा लोस सीट पर 2002 में भाजपा के टिकट पर प्रदीप यादव भी एक बार सांसद बने हैं। लेकिन 2004 में पुन: इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा हो गया, इस बार फुरकान अंसारी जीते।

तीन बार यहां से निशिकांत दुबे जीत कर जीता शाह -मोदी का दिल


2014 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले 2019 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी डॉ निशिकांत दुबे को 17.15 प्रतिशत वोट अधिक मिले। 2014 में डॉ दुबे को 36.25 प्रतिशत वोट मिले थे, वहीं 2019 में उन्हें 53.4 प्रतिशत वोट मिले। वहीं 2014 के चुनाव में दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस प्रत्याशी फुरकान अंसारी को 30.47 प्रतिशत और 2019 के चुनाव में दूसरे नंबर पर रहे झाविमो के प्रदीप यादव को 37.97 प्रतिशत वोट मिले।

 2019 में भाजपा को 6,37 हजार 610 वोट, तो दूसरे नंबर पर प्रदीप यादव को 4,53,383 वोट ही मिले। वहीं 2014 में भाजपा को 3,80,500 वोट और दूसरे नंबर रहे कांग्रेस प्रत्याशी को 3,19,818 वोट प्राप्त हुए. 2014 में 60682 वोट तो 2019 में भाजपा गोड्डा लोकसभा सीट पर 1,84,227 वोटों के अंतर से जीता।

गोड्डा में अब तक जीत दर्ज करने वाले सांसद और पार्टी


1962 : पीएच सिंघका-कांग्रेस

1967 : पीएच सिंघका-कांग्रेस

1972 : जगदीश मंडल-कांग्रेस

1977 : जगदंबी प्रसाद यादव-बीएलडी

1980 समीनुद्दीन-कांग्रेस

1984 समीनुद्दीन-कांग्रेस

1989 जनार्दन यादव-भाजपा

1991 सूरज मंडल-झामुमो

1996 जगदंबी प्रसाद यादव-भाजपा

1998 जगदंबी प्रसाद यादव-भाजपा

1999 जगदंबी प्रसाद यादव-भाजपा

2002 प्रदीप यादव-भाजपा

2004 फुरकान अंसारी-कांग्रेस

2009 डॉ निशिकांत दुबे -भाजपा

2014 डॉ निशिकांत दुबे-भाजपा

2019 डॉ निशिकांत दुबे- भाजपा

विधानसभा सीट पर भाजपा ने नही किया अच्छा प्रदर्शन


पिछले तीन लोकसभा चुनाव में भाजपा की हैट्रिक और मोदी का जादू का असर इस लोकसभा के छह विधानसभा सीटों पर नही दिखा।

इसमे से चार विधानसभा पर विपक्षी दलों का कब्जा रहा है वहीं मात्र दो सीट पर भाजपा के विधायक हैं. देवघर सुरक्षित सीट से नारायण दास, मधुपुर से झामुमो के हफीजुल हसन, जरमुंडी से कांग्रेस के बादल पत्रलेख, पोड़ैयाहाट से कांग्रेस के प्रदीप यादव, महागामा से कांग्रेस की दीपिका पांडेय सिंह और गोड्डा विधानसभा से भाजपा के अमित मंडल अभी विधायक हैं।

 जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में विधानसभा वाइज भाजपा को मिले वोट की गणित को देखें तो सभी विधानसभा से भाजपा को बढ़त मिली थी। यही कारण है कि 2019 में गोड्डा लोकसभा सीट 1, 84,227 वोटों के बड़े अंतर से जीती थी।

Ranchi

Mar 22 2024, 10:43

आज का पंचांग- 22 मार्च 2024:जानिए पञ्चाङ्ग के अनुसार आज का मुहूर्त और ग्रहयोग


विक्रम संवत - 2080, अनला

शक सम्वत - 1945, शोभकृत

पूर्णिमांत - फाल्गुन

अमांत - फाल्गुन

तिथि

शुक्ल पक्ष त्रयोदशी- मार्च 22 04:44 AM- मार्च 23 07:17 AM

नक्षत्र

मघा - मार्च 22 01:27 AM- मार्च 23 04:28 AM

योग

धृति - मार्च 21 05:42 PM- मार्च 22 06:35 PM

सूर्य और चंद्रमा का समय

सूर्योदय - 6:33 AM

सूर्यास्त - 6:34 PM

चन्द्रोदय - मार्च 21 3:27 PM

चन्द्रास्त - मार्च 22 4:54 AM

अशुभ काल

राहू - 10:57 ए एम से 12:28 पी एम

यम गण्ड - 03:31 पी एम से 05:02 पी एम

कुलिक - 07:54 ए एम से 09:25 ए एम

दुर्मुहूर्त - 08:49 ए एम से 09:37 ए एम, 12:52 पी एम से 01:41 पी एम

वर्ज्यम् - 02:57 पी एम से 04:45 पी एम

शुभ काल

अभिजीत मुहूर्त - 12:09 PM- 12:57 PM

अमृत काल - 01:46 ए एम, मार्च 23 से 03:34 ए एम, मार्च 23

ब्रह्म मुहूर्त - 04:56 AM- 05:44 AM

शुभ योग

रवि योग- 04:28 ए एम, मार्च 23 से 06:21 ए एम, मार्च 23